इससे पहले जेएनयू में हिंसा के बाद दीपिका पादुकोण ने टीवी न्यूज चैनल आज तक से बात की थी। इस दौरान उनसे देशभर और विश्वविद्यालयों में चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन और मौहल पर सवाल किए। इन सवालों के जवाब में दीपिका ने कहा था, 'मुझे लगता है कि इस बारे में मुझे जो कहना था वो मैंने दो साल पहले ही कह दिया था जब पद्मावत रिलीज हो रही थी। अब जो मैं देख रही हूं मुझे बहुत दर्द होता है और दर्द इसलिए क्योंकि ये कभी सामन्य नहीं होगा। कोई भी कुछ भी कह सकता है और वो इससे भाग सकते हैं। मुझे डर और दुख होता है जो हमारे देश की एक बुनियाद है उसमें ये सब जरूर नहीं।'
बता दें कि जब दीपिका जेएनयू पहुंची थीं उस दौरान कन्हैया कुमार भी वहां मौजूद थे। जेएनयू छात्रों ने दीपिका पादुकोण के सामने आजादी के नारे लगाए। कन्हैया कुमार ने भी खूब नारेबाजी की। दीपिका पादुकोण कुछ देर जेएनयू में रुकने के बाद वहां से चली गईं। हालांकि उन्होंने छात्रों को भी संबोधित नहीं किया।