सपा सांसद आजम बोले- मदरसों की प्रकृति गोडसे और प्रज्ञा जैसी शख्सियत पैदा करने की नहीं

Kumari Mausami
रामपुर. समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने मदरसों की शिक्षा प्रणाली में कम्प्यूटर और गणित को शामिल कर उन्हें मुख्यधारा में लाने के फैसले पर विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने मंगलवार को कहा कि मदरसों की प्रकृति नाथूराम गोडसे या प्रज्ञा सिंह ठाकुर जैसी शख्सियत नहीं पैदा करने वाली नहीं है। अगर सरकार मदरसों की मदद करना चाहती है तो उनकी बिल्डिंग बनवाए और सुविधाएं बढ़ाई जाएं। केंद्र सरकार अगले 5 साल में अल्पसंख्यक समुदाय के 5 करोड़ छात्रों को छात्रवृत्ति देने का प्रोग्राम शुरू करेगी। इसके अलावा मदरसों में कम्प्यूटर, गणित और विज्ञान जैसे विषय भी पढ़ाए जाएंगे।


रामपुर के सांसद आजम ने कहा कि मदरसों में मजहबी तालीम दी जाती है। इसके साथ बच्चों को अंग्रेजी, हिंदी और गणित पहले ही पढ़ाया जा रहा है। अगर सरकार मदद करना चाहती है तो मदरसों की बिल्डिंग बनाएं, फर्नीचर दें। मिडडे मील देकर स्टैंडर्ड बढ़ाया जाए।


अगले महीने से शुरू होगा प्रोग्राम 
केंद्र ने अगले 5 साल में अल्पसंख्यक समुदाय के 5 करोड़ छात्रों को छात्रवृत्ति देने का ऐलान किया है। इनमें 50% लड़कियां शामिल होंगी। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को बताया कि मदरसों के छात्रों को भी कम्प्यूटर और विज्ञान जैसे विषयों की शिक्षा सुनिश्चित की जाए, इसके लिए अगले महीने से मदरसा प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। केंद्र और राज्यों की प्रशासनिक सेवाओं, बैंक सेवाओं, एसएसी, रेलवे और दूसरी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग की सुविधा दी जाएगी। यह सुविधा मुस्लिम, क्रिश्चियन, सिख, जैन, बौद्ध और पारसी समुदायों के आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को मिलेगी।


साध्वी ने गोडसे को राष्ट्रभक्त बताया था
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर मालेगांव ब्लास्ट केस में आरोपी हैं, उन्होंने भोपाल सीट से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। प्रचार अभियान में प्रज्ञा ने गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त बताया था। इसके लिए उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि वे प्रज्ञा ठाकुर को मन से कभी माफ नहीं कर पाएंगे।
 


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