आपत्तिजनक बयान पर बुरे फंसे आजम, रमा देवी ने की लोकसभा सदस्यता खत्म करने की मांग
मीडिया से बात करते हुए रमा देवी ने कहा, 'आसन पर बैठने वाला आदमी सभी लोगों के प्रति समान भाव से काम करता है और सबकी चिंता करता है। ऐसी आपत्तिजनक बात कोई भी करता है तो उसको रोका जाता है, कार्रवाई से निकाला जाता है, वो सारी बातें हो रही थीं कि कार्रवाई से निकाला जाए। लेकिन उनका (आजम खान) का लड़ने का मूड था। हमारे पार्टी के जो लोग बाद में बोलना शुरू किए। मैंने उनसे अध्यक्ष की तरफ मर्यादा में रहकर बात करने को कहा। उसके बाद वो शुरू हो गए। वो तंज करने वाली बातों को कहने लगे।'
मैंने निभाई सदन की मर्यादारमा देवी ने आगे कहा, 'उस समय मुझे बहुत बुरा लगा, लेकिन फिर भी मैं आसन पर बैठी हुई थी, उसकी मर्यादा को निभाते मैंने उनसे कहा कि ठीक से बोलो जो कुछ बोलना है सही से बोलो। कार्रवाई से निकालने के बाद वो कहा कि मैं तो इनको बहन की तरह प्यार करता हूं। मैं कुछ नहीं बोली, मुझे हंसी भी आई कि ये नौटंकीबाज यहां संसद बंद करता है वो महिलाओं को किस नजर से देखता है वो सारा जगजाहिर है। कहीं ऐसा नहीं है कि ये आदमी कभी भी महिला की इज्जत किया हो। उनको या तो रिजाइन करना होगा या मैं अध्यक्ष से जाकर कहूंगी कि इनमें कोई कार्रवाई करें और इस तरह की बातों के लिए माफी मांगे।'
तीन तलाक पर चर्चा के दौरान की आजम ने टिप्पणीलोकसभा में तीन तलाक पर रोक लगाने के प्रावधान वाले विधेयक पर चर्चा के दौरान जब समाजवादी पार्टी नेता आजम खान ने पीठासीन सभापति रमा देवी को लेकर की एक टिप्पणी की तो भाजपा सदस्यों ने इसका जोरदार विरोध किया और उनसे माफी की मांग की। आजम खान इस मामले पर माफी मांगने के बजाय यह कहकर सदन से चले गए कि अगर मैंने एक भी असंसदीय शब्द कहा हो तो मैं आज ही इस्तीफा देता हूं। आजम खान के समर्थन में सपा के सदस्यों ने इस मुद्दे पर सदन से वाकआउट किया।