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भारत-पाक बॉर्डर पर तैनात होगा भारतीय सेना का पहला इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप
भारतीय सेना ने अपनी पश्चिमी और पूर्वी सीमाओं की सुरक्षा के लिए 11 से 13 इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप बनाने और तैनात करने की योजना बनाई है। यह जानकारी थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने दी।
उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने IX कॉर्प्स (11वीं वाहिनी) के पुनर्गठन को मंजूरी दे दी है, जो हिमाचल प्रदेश के योल में स्थित है, जिससे इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप बनाया जाए और उसे पश्चिमी सीमा पर तैनात किया जा सके।
बता दें कि 2009 में बनाए गए IX कॉर्प्स सेना की सबसे युवा वाहिनी में से एक है और यह चंडीमंदिर, हरियाणा स्थित पश्चिमी सेना कमान का हिस्सा है।
पाकिस्तान की नापाक हरकतों को विफल करने के लिए ही इंटिग्रेटिड बैटल ग्रुप्स बनाया गया है। यह सेना का सबसे बड़ा पुनर्गठन है और जनरल रावत इसके प्रमुख प्रस्तावक हैं।
आईबीजी का लक्ष्य सेना के विभिन्न प्रभागों को एक नये समूह में शमिल करना है। इसमें तोप, टैंक, वायु रक्षा एवं साजो-सामान शामिल होंगे। इसे जंग के लिए पूरी तरह से तैयार इकाई बनाने की संभावना है।