इस वजह से जल्द बदल जाएंगे सबके मोबाइल नंबर, 10 अंको का नही होगा नंबर
ट्राई के मुताबिक साल 2050 तक देश में मौजूदा नंबर्स के अलावा करीब 260 करोड़ नए नंबरों की जरूरत पड़ने वाली है। इसलिए ट्राई ऐसे कई ऑप्शन पर काम करना चाहती है जिसमें से एक मोबाइल नंबरिंग सिस्टम को बदलना भी शामिल है। मौजूदा 9, 8 और 7 से शुरू होने वाले मोबाइल नंबर्स के साथ करीब 210 करोड़ नए टेलिकॉम कनेक्शन दिए जा सकते हैं।
बता दें कि सरकार मशीनों के बीच पारस्परिक इंटरनेट संपर्क/ इंटरनेट आफ दी थिंग्स के लिए 13 अंकों वाली नंबर श्रृंखला पहले ही शुरू कर चुकी है। ट्राई का मानना है कि मोबाइल कनेक्शंस की बढ़ती संख्या की वजह से 10 डिजिट वाले मोबाइल नंबरों की मौजूदा व्यवस्था को बदलने का वक्त आ गया है। इसके अलावा अगर डेटा ओनली मोबाइल नंबर्स (डोंगल कनेक्शन) को अपडेट कर 10 से 13 डिजिट बनाया जाता है तो, 3, 5 और 6 नंबर सीरीज़ से शुरू करने में मदद मिलेगी।