अमित शाह पर ओवैसी का हमला, कहा- गुमराह मत करो, NRC की ओर पहला कदम है NPR
ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि अमित शाह साहब, जब तक सूरज पूरब से उगता रहेगा, हम सच कहते रहेंगे। एनपीआर, एनआरसी की ओर पहला कदम है। जब अप्रैल 2020 में एनपीआर किया जाएगा, तो अधिकारी दस्तावेजों के लिए कहेंगे... अंतिम सूची एनआरसी होगी। बता दें कि इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक विशेष साक्षात्कार में कहा था कि एनपीआर का एनआरसी से कोई लेना-देना नहीं है।
साक्षात्कार में गृहमंत्री ने ओवैसी पर हमला बोलते हुए कहा था कि "मैं ओवैसी जी के रुख से हैरान नहीं हूं। अगर हम कहें कि सूर्य पूर्व से उगता है, तो ओवैसी साहब कहते हैं कि यह पश्चिम से उगता है। लेकिन मैं ओवैसी जी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एनपीआर का एनआरसी से कोई लेना-देना नहीं है और यह भी कि ये दोनों एक दूसरे से बहुत अलग हैं।
बता दें कि अमित शाह की यह टिप्पणी मंगलवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद आई है। कैबिनेट बैठक में भारत की जनगणना 2021 के लिए 8,754.23 करोड़ रुपये और एनपीआर के लिए 3,941.35 करोड़ रुपये के खर्च को मंजूरी दी गई है।
असम की एनआरसी लिस्ट से नाखुश भाजपा इसे पूरे देश में लागू करना चाहती है। एनपीआर, एनआरसी का पहला कदम है। भारत में रहने वाले सभी नागरिकों का नाम एनपीआर में है। उन्होंने आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगनमोहन रेड्डी के एनआरसी का विरोध करने का सराहना की।