आंध्र प्रदेश में बड़े जमीन घोटाला का खुलासा, 797 गरीबों ने खरीदे 220 करोड़ के प्लॉट!
2014 में तेलंगाना के आंध्र प्रदेश से अलग होने के बाद तत्कालीन टीडीपी सरकार ने घोषणा की थी कि अमरावती आंध्र प्रदेश की नई राजधानी होगी और विजयवाड़ा से सटे क्षेत्र में 33 हजार एकड़ जमीन खरीदी गई थी। 2019 में वाईएसआर कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आने के बाद तीन अलग राजधानी बनाने का फैसला लिया गया। इसके तहत अमरावती में सिर्फ विधानसभा होगी जबकि सरकारी कार्यालय विशाखापट्टनम शिफ्ट किए जाएंगे।
सीआईडी की जांच में सामने आया है कि सभी 767 लोग जिन्होंने कथित रूप से 761 एकड़ जमीन खरीदी, गुंटूर क्षेत्र के निवासी हैं। जांच में इसका भी खुलासा हुआ कि सबसे अधिक संख्या में संदेहास्पद लेन-देन थुल्लूरू मंडल में हुए जहां अमरावती को राजधानी बनाने की योजना बनाई गई थी।
पुलिस ने आईटी अधिकारियों को खरीदारों की डीटेल, उनका पता, बेची गई जमीन का आकार, विक्रय विलेख और जमीन का मार्केट वैल्यू के बारे में बताया है। दूसरी ओर, ईडी अधिकारियों को इस लैंड डील मामले में मनी लॉन्डरिंग की आशंका की जांच करने को कहा गया है। सीआईडी ने टीडीपी के पूर्व मंत्री पी पुल्ला राव और पी नारायण के खिलाफ जमीन खरीदारी का मामला दर्ज किया है।