फर्रुखाबाद में बंधक संकट खत्म, सभी 23 बच्चे छुड़ाए गए, पुलिस मुठभेड़ में मारा गया सिरफिरा
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया है। घर के अंदर बच्चों के बंधक बने होने के कारण ऑपरेशन में ज्यादा वक्त लगा। सभी बच्चे पूरी तरह से सुरक्षित हैं। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आरोपी सुभाष बाथम को मार गिराया है। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि इस ऑपरेशन को सफलता पूर्वक पूरा कर लिया गया। सिरफिरे युवक ने DM के सामने रखी थी अपनी मांग सिरफिरे सुभाष बाथम ने जिलाधिकारी (डीएम) को दिए मांग पत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर न मिलने और शौचालय न बनने पर नाराजगी जताई थी। सिरफिरे ने इस पत्र में ग्राम प्रधान समेत सचिव और डीएम को इसके लिए दोषी बताया था। बताया जाता है कि सिरफिरे ने अपनी मांग से जुड़ा पत्र घर के बाहर फेंका था, जिसे जिलाधिकारी को दे दिया गया था।
एक साल पहले जमानत पर जेल से छूटा था मिली जानकारी के मुताबिक सुभाष बाथम ने दो साल पहले अपने मौसा की हत्या कर दी थी। एक साल पहले ही वो जमानत पर छूटकर जेल से बाहर आया था। उसकी 10 साल की एक बेटी भी है। गुरुवार दोपहर उसने अपनी बेटी के जन्मदिन के बहाने गांव के बच्चों को घर बुलाया था। बच्चे दोपहर लगभग ढाई बजे घर पहुंचे थे। इसके बाद उसने घर अंदर से बंद कर लिया था। करीब साढ़े चार बजे एक महिला अपने बच्चे को लेने के लिए सुभाष के घर पहुंची तो पता चला कि अंदर बच्चे कैद हैं। जिसके बाद इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई।