भैयाजी जोशी ने कहा- भाजपा के विरोध का मतलब हिंदू-विरोध नहीं, राजनीतिक लड़ाई को हिंदुओं से न जोड़े

Singh Anchala
पणजी (गोवा)। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा है कि भाजपा का विरोध करने का मतलब हिंदुओं के खिलाफ होना नहीं है। रविवार को पणजी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जोशी ने कहा- राजनीतिक लड़ाई को हिंदुओं से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

गोवा के पणजी में आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे जोशी ने कहा- हिंदू समुदाय का मतलब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संबंधित होना नहीं है। साथ ही, भाजपा की खिलाफत करने को हिंदूओं के विरोध के तौर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनैतिक लड़ाई चलती रहेगी, लेकिन इसे हिंदुओं से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

शनिवार को हिंदू सशक्तिकरण के लिए काम करने की अपील की

इससे पहले शनिवार को डोना पौला में संघ के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि अगर कोई भारत में काम करना चाहता है तो वह हिंदुओं के सशक्तिकरण के लिए काम करे। उन्होंने कहा- प्राचीन काल से ही हिंदुओं ने भारत के उत्थान और पतन को देखा है। भारत को हिंदू समुदाय से अलग नहीं किया जा सकता है। हिंदू हमेशा से इस राष्ट्र के केंद्र में रहे हैं। संघ महासचिव ने कहा- दुनिया का कहना है कि भारत 2020 में एक महाशक्ति बन जाएगा, लेकिन मेरी एक बुद्धिजीवी के साथ बातचीत हुई थी, जिन्होंने कहा था कि भारत को 2020 में एक सुपर-राष्ट्र (सुपर नेशन) बनना चाहिए।

‘हिंदुओं के मजबूत होने से विनाशकारी गतिविधियां नहीं होंगी’

भैयाजी जोशी ने कहा- हिंदू किसी के विरोधी या सांप्रदायिक नहीं हैं। किसी को भी हिंदुओं के लिए काम करने में झिझक नहीं होनी चाहिए। हिंदुओं में जागरूकता और एकता बनाने का मतलब दूसरों समुदाय के खिलाफ कार्य करना नहीं है। हम पूरी दुनिया के सामने पूरे आत्मविश्वास के साथ कह सकते हैं कि हिंदुओं के मजबूत होने से विनाशकारी गतिविधियां नहीं होंगी। हिंदुओं ने कभी किसी दूसरे देश पर आक्रमण नहीं किया, हर युद्ध आत्मरक्षा के लड़ा गया। सभी को आत्मरक्षा का अधिकार है। भारत का कर्तव्य है कि वह दुनिया को समन्वय के मार्ग पर चलना सिखाए। भारत और हिंदुओं के अलावा कोई और ऐसा नहीं कर सकता।

‘दुनिया को बेहतर राह पर ले जाना भारत का कर्तव्य’

उन्होंने कहा, "दुनिया में कुछ समुदाय प्रचार करते हैं कि केवल उनका मार्ग ही बेहतर है, लेकिन हम एक हिंदू समुदाय से हैं और हमारा भी अपना अलग रास्ता है। जब दुनिया हमारी विचारधारा को स्वीकार करेगी, तब सभी मुद्दे हल हो जाएंगे। दुनिया को उस राह पर ले जाना भारत का कर्तव्य है।"

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