राहुल गांधी ने चचेरे भाई वरुण गाँधी पर चुप्पी तोड़ी
वरुण गांधी 2004 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। वह वर्तमान में लोकसभा में उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। वरुण, जिन्होंने भाजपा के महासचिव के रूप में भी काम किया है, हाल के दिनों में मोदी सरकार की नीतियों पर परोक्ष प्रहार करते हुए अपनी ही पार्टी के आलोचक रहे हैं।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि वरुण ने किसी समय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा को स्वीकार किया था और कहा कि वह इसे कभी स्वीकार नहीं कर सकते। वरुण गांधी संजय और मेनका गांधी के बेटे हैं, भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के परपोते हैं।
वायनाड के सांसद ने कहा, मेरी विचारधारा उनकी विचारधारा से मेल नहीं खाती। मैं आरएसएस कार्यालय नहीं जा सकता, इससे पहले मुझे अपना सिर कलम करना होगा। मेरे परिवार की एक विचारधारा है। वरुण ने दूसरी विचारधारा को अपनाया और मैं उस विचारधारा को स्वीकार नहीं कर सकता। राहुल ने आगे भाजपा और आरएसएस पर देश के सभी संस्थानों पर कब्जा करने का आरोप लगाया और दावा किया कि मीडिया, चुनाव आयोग और न्यायपालिका पर दबाव है।