तो ये है गृहमंत्री अमित शाह का 'Top Secret' जो कुछ चुनिन्दा ही लोग देख पाए थे

Gourav Kumar
भारत में मोदी सरकार द्वारा लिए गए इस ऐतिहासिक फैसले की चर्चा पूरी दुनिया करती नजर आ रही है। मोदी सरकार चुनाव के बाद से ही अपने किये हुए वादों को एक-एक करके पूरा करती नजर आ रही हैं जिसमें से एक अनुच्छेद 370 खत्म करना था जिसे 5 अगस्त को मोदी सरकार ने पूरा कर दिया। विश्व भर की मिडिया भारत की केंद्र सरकार के इस फैसले पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं भी देती नजर आ रही हैं। इन दिनों गृहमंत्री अमित शाह के 'टॉप सीक्रेट' का किस्सा बहुत वायरल हो रहा है। आखिर है क्या यह 'टॉप सीक्रेट' और इसे लोग देख नहीं पाए लेकिन यह कैमरे से नहीं बच पाया। चलिए आपका भी सस्पेंस खत्म करते हैं और गृहमंत्री अमित शाह का 'टॉप सीक्रेट' के बारे में बताते हैं।



बता दें कि जब 5 अगस्त को गृहमंत्री अमित शाह पीएमओ पहुंचे थे तो उनका लोगों ने स्वागत किया था और सभी लोग इस बात को भी जानने के इच्छुक थे कि जम्मू-कश्मीर में होने क्या वाला है। पीएमओ पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने इसी लोगों का अभिवादन स्वीकार करने के लिए हाथ जोड़े और इसी दौरान अमित शाह के हाथों में एक कागज नजर आ रहा था जिसे कोई गौर से देख नहीं पाया था लेकिन कैमरे की नजर से यह बच नहीं पाया। कैमरे में इस कागज पर लिखा कैद हो गया और आपको बता दें की कागज के सबसे ऊपरी हिस्से में लिखा था 'TOP SECRET' इस कागज पर लिखा  टॉप सीक्रेट आखिर है क्या ? जब गौर दिया गया तो टॉप सीक्रेट कागज में प्रोसीजर लिखा गया था क्या हो गया है और क्या करना बाकी है?


इस कागज पर कश्मीर के मसले पर पहला कॉलम कॉन्स्टिट्यूशनल का, दूसरा पॉलिटिकल और तीसरा कॉलम लॉ एंड ऑर्डर का नजर आ रहा है। इस कागज में कुछ अहम चीजें लिखी दिखाई दे रही हैं जिसमें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और कैबिनेट को जानकारी पीएम ने दी है। फैसले के बारे में जम्मू कश्मीर के गवर्नर और राज्यों के मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई है। 7 अगस्त को पीएम मोदी देश को संबोधित कर सकते हैं। गृह सचिव को जम्मू कश्मीर भेजा आएगा। बिहार, वेस्ट बंगाल, केरल, मध्य प्रदेश, असम और आंध्र प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की बात कही गई है। ये सब बातें लिखी गयी लेकिन इसके बाद भी किसी को पता नहीं चल पाया कि अमित शाह जम्मू-कश्मीर पर का फैसला लेने वाले हैं जब तक की उन्होंने खुद इस टॉप सीक्रेट का खुलासा नहीं किया। 
बता दें कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति के आदेश के बाद जम्मू-कश्मीर राज्य में अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया।



इस ऐतिहासिक फैसले के साथ जम्मू-कश्मीर को मिला विशेष राज्य का दर्जा भी खत्म हो गया है। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को दो हिस्सों में बांटने का ऐलान भी किया जिसके बाद अब जम्मू कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बन जाएंगे। दरअसल इस फैसले पर बहुत सी विपक्षी पार्टी भी मोदी सरकार के समर्थन में दिखाई दी। इस फैसले पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 'आर्टिकल 370 के कारण आज जम्मू-कश्मीर के लोग गुरबत की जिंदगी जी रहे हैं और धारा 370 के कारण ही जम्मू कश्मीर में भ्रष्टाचार पला और चरम सीमा पर पहुंचा।'

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