ज्योतिष से जुड़े ये सरल उपाय, बना देंगे आपके सभी बिगड़े काम
ज्योतिषशास्त्र में हर समस्या का समाधान दिया गया हैं, यह समाधान बहुत ही प्रभावी और कम खर्च में होने वाले होते हैं| नवग्रहों के मुताबिक शुभता और अशुभता जन्मपत्रिका में भागवत स्थित के मुताबिक होती हैं| ऐसा कहा जाता हैं कि यदि जन्मपत्रिका में भागवत ग्रह शुभ स्थिति में हो तो परिणाम भी अच्छे मिलते हैं और यदि अशुभ स्थित में हो तो बनते काम भी बिगड़ जाते हैं| ऐसे में यदि ग्रहों को अनुकूल स्थिति चाहते हैं तो ग्रह संबंधी मंत्र का जाप, व्रत और दान करे|
ग्रहों के अनुसार करें ये सरल उपाय
(1) सूर्य
रविवार का व्रत करके सूर्य की अशुभता को दूर किया जा सकता हैं, बिना नमक के भोजन करे| इतना ही नहीं सूर्य संबंधी वस्तुओं गुड़, गेहूं और तांबे का दान करे|
(2) चंद्रमा
यदि आपकी जन्मपत्रिका में चंद्रमा अशुभ चल रहा हैं तो सोमवार का उपवास रखे, सोमवार की शाम किसी युयावती को शंख, सफ़ेद वस्त्र, दूध, चावल और चांदी का दान करे|
(3) मंगल
यदि कन्या की पत्रिका में मांगलिक भावों में मंगल हो और वर जे उपरोक्त भवनों में मंगल के बदले शनि, सूर्य, राहू-केतू हो तो मंगल का दोष स्वयं दूर हो जाता हैं| इसके अलावा मंगल की प्रतिकूलता से सुरक्षा के लिए मंगलवार का उपवास रखे, मंगल की वस्तुएँ लाल वस्त्र, गुड़, मसूर की दाल, स्वर्ण, तांबा, तंदूर पर बनी मीठी रोटी दान करे|
(4) बुध
इस ग्रह की अशुभता के लिए बुधवार का व्रत रखे, इस दिन जरूरतमंदो को उबले मूंग के दाल खिलाएँ| भगवान गणेश की पूजा दूर्वा से करे, इसके अलावा हरे वस्त्र और मूंग के दाल का दान करे|
(5) बृहस्पति
इस ग्रह की शांति के लिए गुरवार का व्रत करे, केले की पूजा, पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएँ और गुरुओं का सम्मान करे|
(6) शुक्र
इस ग्रह की प्रतिकूल प्रभाव के लिए शुक्रवार का व्रत करे और इस दीं इत्र, परफ्यूम आदि चीजों का दान करे| इसके अलावा किसी युवती को रेशमी वस्त्र, इत्र, चीनी, देशी कपूर, चन्दन, सुगंधित तेल दान करे|
(7) शनि
शनि का नाम आते ही लोग भयभीत हो जाते हैं| लेकिन शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल प्रदान करते हैं| इस ग्रह की शांति के लिए सरसों के तेल का दान करना चाहिए, साथ में काली तिल का दान भी करे|
(8) राहू
इस ग्रह की शांति के लिए तुला का दान या कच्चे कोयले को दरियाँ में बहाये|
(9) केतू के लिए
केतू की अशुभता को दूर करने के लिए कुत्ते को रोटी खिलाएँ| इन सभी उपायों को आप किसी ज्योतिषशास्त्री के परामर्श से ही करे और इन उपायो में से कोई एक उपाय एक दिन में एक ही करे|
(1) सूर्य
रविवार का व्रत करके सूर्य की अशुभता को दूर किया जा सकता हैं, बिना नमक के भोजन करे| इतना ही नहीं सूर्य संबंधी वस्तुओं गुड़, गेहूं और तांबे का दान करे|
(2) चंद्रमा
यदि आपकी जन्मपत्रिका में चंद्रमा अशुभ चल रहा हैं तो सोमवार का उपवास रखे, सोमवार की शाम किसी युयावती को शंख, सफ़ेद वस्त्र, दूध, चावल और चांदी का दान करे|
(3) मंगल
यदि कन्या की पत्रिका में मांगलिक भावों में मंगल हो और वर जे उपरोक्त भवनों में मंगल के बदले शनि, सूर्य, राहू-केतू हो तो मंगल का दोष स्वयं दूर हो जाता हैं| इसके अलावा मंगल की प्रतिकूलता से सुरक्षा के लिए मंगलवार का उपवास रखे, मंगल की वस्तुएँ लाल वस्त्र, गुड़, मसूर की दाल, स्वर्ण, तांबा, तंदूर पर बनी मीठी रोटी दान करे|
(4) बुध
इस ग्रह की अशुभता के लिए बुधवार का व्रत रखे, इस दिन जरूरतमंदो को उबले मूंग के दाल खिलाएँ| भगवान गणेश की पूजा दूर्वा से करे, इसके अलावा हरे वस्त्र और मूंग के दाल का दान करे|
(5) बृहस्पति
इस ग्रह की शांति के लिए गुरवार का व्रत करे, केले की पूजा, पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएँ और गुरुओं का सम्मान करे|
(6) शुक्र
इस ग्रह की प्रतिकूल प्रभाव के लिए शुक्रवार का व्रत करे और इस दीं इत्र, परफ्यूम आदि चीजों का दान करे| इसके अलावा किसी युवती को रेशमी वस्त्र, इत्र, चीनी, देशी कपूर, चन्दन, सुगंधित तेल दान करे|
(7) शनि
शनि का नाम आते ही लोग भयभीत हो जाते हैं| लेकिन शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल प्रदान करते हैं| इस ग्रह की शांति के लिए सरसों के तेल का दान करना चाहिए, साथ में काली तिल का दान भी करे|
(8) राहू
इस ग्रह की शांति के लिए तुला का दान या कच्चे कोयले को दरियाँ में बहाये|
(9) केतू के लिए
केतू की अशुभता को दूर करने के लिए कुत्ते को रोटी खिलाएँ| इन सभी उपायों को आप किसी ज्योतिषशास्त्री के परामर्श से ही करे और इन उपायो में से कोई एक उपाय एक दिन में एक ही करे|